November 13, 2025 9:43 pm

UKSSSC कार्यालय पहुंची SIT, पेपर लीक मामले में अधिकारियों से की पूछताछ, रिकॉर्ड भी खंगाले

देहरादून: उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक का मामला सुर्खियों में है. युवा सीबीआई जांच की मांग को लेकर सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, मामले की जांच में जुटी एसआईटी की टीम लगातार छानबीन कर रही है. इसी कड़ी में एसआईटी की टीम यूकेएसएसएससी कार्यालय पहुंची. जहां टीम ने अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके रिकॉर्ड खंगाले. साथ ही आरोपियों से जुड़े दस्तावेजों और अन्य कागजातों को जल्द से जल्द एसआईटी टीम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.

क्या था मामलाबता दें कि बीती 21 सितंबर को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा शुरू होने के महज 35 मिनट बाद ही प्रश्न पत्र के फोटो सामने आए गए. जिससे आयोग में हड़कंप मचने के साथ ही परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए. यह प्रश्न पत्र हरिद्वार जिले के लक्सर के आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट से आउट हुआ था.

इसके बाद आयोग ने आनन-फानन में प्रश्न पत्रों के फोटो आउट होने के संबंध में रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया. मामले में जांच में पता चला कि बहादुरपुर जट सेंटर से खालिद मलिक ने अपनी बहन साबिया को प्रश्न पत्र भेजे. उसके बाद साबिया ने राजकीय महाविद्यालय अगरौड़ा टिहरी की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को प्रश्न पत्र फॉरवर्ड कर जवाब पूछे. जिस पर सुमन ने आंसर लिखकर वापस भेजे. जबकि, खालिद मलिक अंदर एग्जाम दे रहा था.

खालिद और साबिया हो चुके गिरफ्तार: वहीं, मामले में प्रोफेसर सुमन ने खालिद मलिक और साबिया का नाम लिया. ऐसे में मास्टरमाइंड खालिद मलिक और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया गया. हालांकि, खालिद मलिक की दूसरी बहन हिना को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया. वहीं, कोर्ट में पेश करने के बाद खालिद और साबिया को जेल भेज दिया गया. जिस तरह से सरकार ने सख्त कानून बनाया है तो दोनों आरोपियों की जमानत 90 दिन के बाद हो सकती है.

इन पर गिर चुकी है गाज: उधर, परीक्षा सेंटर यानी आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी को कोताही बरतने पर निलंबित कर दिया गया. इसके अलावा प्रश्न पत्र को हल करने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी निलंबित किया गया है. इसके अलावा बहादरपुर जट सेंटर में तैनात सब इंस्पेक्टर रोहित कुमार और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी को सस्पेंड कर दिया गया है.

UKSSSC कार्यालय पहुंचकर एसआईटी ने खंगाले दस्तावेज: वहीं, मुकदमे में निष्पक्ष और पारदर्शी विवेचना करने के लिए शासन ने हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बीएस वर्मा की निगरानी में एसपी देहात ऋषिकेश के नेतृत्व में एसआईटी यानी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया है, जिसका कार्यक्षेत्र पूरा प्रदेश निर्धारित किया गया है. इसी कड़ी में एसआईटी टीम आज यानी 26 सितंबर यूकेएसएसएससी (UKSSSC) के कार्यालय पहुंची. जहां टीम ने अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके रिकॉर्ड खंगाले.

एग्जाम सेंटर पर सुरक्षा की जिम्मेदारी देख रहे कर्मचारियों से भी पूछताछ: इसके अलावा टीम ने आयोग में मौजूद अधिकारियों से परीक्षा के मानकों और सुरक्षा के मद्देनजर की गई व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी दस्तावेज तलब किए हैं. साथ ही परीक्षा के दौरान एग्जाम सेंटर पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी देख रही कंपनी के पदाधिकारियों से पूछताछ की गई. आरोपी से जुडे़ और अन्य दस्तावेजों को जल्द से जल्द एसआईटी टीम को उपलब्ध कराने को कहा गया है.

एसआईटी को अभ्यर्थी कर सकते हैं जानकारी साझा: वहीं, विवेचना के दौरान मिले साक्ष्यों के साथ अलग-अलग स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं, शिकायतों और तथ्यों का एसआईटी की ओर से परीक्षण किया जाएगा. यदि छात्र-छात्रा, अभ्यर्थी या किसी व्यक्ति को प्रकरण से संबंधित तथ्यों, सूचनाओं आदि की जानकारी एसआईटी को उपलब्ध करानी या फिर साझा करनी हो तो वो एसआईटी की ईमेल आईडी spdehatddn@gmail.com या व्हाट्सएप नंबर 9027083022 पर संपर्क कर सकते हैं.

पूरे प्रकरण की जांच के लिए साइबर कमांडो की भी मदद ली जाएगी. आरोपी खालिद, साबिया और सुमन चौहान के मोबाइल डाटा खंगाला जाएगा. जिससे पुलिस को साक्ष्य मिल सके. साथ ही आरोपी खालिद ने फरार होने के बाद जिस मोबाइल से परीक्षा पेपर की फोटो खींच कर भेजी थी, उस मोबाइल की तलाश की जा रही है. मोबाइल के मिलने के बाद कई जानकारियां मिल सकती है.“- जया बलूनी, एसपी देहात

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