देहरादून: 28 वीं अखिल भारतीय वन क्रीड़ा प्रतियोगिता-2025 बुधवार से शुरू हो गई। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ। इसमें मार्चपास्ट, मशाल प्रज्ज्वलन के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वन कर्मियों का फिट रहना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि वही वन और पर्यावरण की रक्षा के असली प्रहरी हैं। कहा कि उत्तराखंड खेल और पर्यावरण संरक्षण का अग्रदूत बना है। इससे पूर्व सुबह महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज और परेड ग्राउंड में विभिन्न खेल प्रतियोगिता हुई। इसमें पहले दिन सर्वाधिक पांच स्वर्ण छत्तीसगढ़ ने प्राप्त किया है। प्रतियोगिता में 42 टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि इस प्रतियोगिता की मेजबानी का सौभाग्य उत्तराखंड को प्राप्त हुआ है। कहा कि खेल व्यक्ति में अनुशासन, टीमवर्क और संघर्ष की भावना विकसित करते हैं। उन्होंने कहा कि पूरा विश्वास है कि देशभर से आए वन अधिकारी और खिलाड़ी अपनी अनुशासन, परिश्रम से न केवल खेलों में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे बल्कि वन संपदा के संरक्षण, संवर्द्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए हरित उत्तराखंड निर्माण में भी हमारे विकल्प रहित संकल्प को पूरा करने में योगदान देंगे।
उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे, बल्कि वन संपदा के संरक्षण के संकल्प को भी साकार करेंगे। सीएम धामी ने कहा कि आप सभी अपने परिश्रम से न केवल राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित, स्वस्थ और वातावरण का निर्माण कर रहे हैं। आप सभी फिटनेस के ब्रांड एंबेसडर हैं। राज्य सरकार खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ वन संपदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी सतत प्रयासरत है।
उत्तराखंड देश का आक्सीजन बैंक और वाटर टॉवर
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य का लगभग 71 प्रतिशत क्षेत्र वनाच्छादित है, जो इसे देश का ‘ऑक्सीजन बैंक’ और ‘वाटर टॉवर’ बनाता है। कहा कि प्रदेश में छह राष्ट्रीय उद्यान, सात वन्यजीव विहार और चार संरक्षण आरक्षित क्षेत्र हैं, जो पूरे देश के औसत से कहीं अधिक हैं। उन्होंने कहा कि वन्यजीव संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस, डॉग स्क्वॉड जैसी आधुनिक तकनीक लागू की हैं।
वन कर्मी पर्यावरण बचाने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं : उनियाल
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पर्यावरण बचाने में वन कर्मी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वन, वन्यजीव संरक्षण के लिए उनकी भूमिका के लिए अभिनंदन करता हूं। पर्यावरण के पहरेदार पूरे देश से उत्तराखंड में आए हैं। डीजी फारेस्ट सुशील अवस्थी प्रतियोगिता के शुरू होने के वर्ष और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस दौरान विधायक उमेश शर्मा काऊ, खजान दास, सविता कपूर, प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा आदि मौजूद थे।
टीमों का जोरदार स्वागत
मार्च पास्ट के दौरान टीमों के पहुंचने पर लोगों ने ताली बजाकर जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी समा बांध दिया। स्टेडियम को भी लाइटों के माध्यम से सजाया गया था। प्रतियोगिता में राज्य, केंद्र शासित और विभिन्न संस्थानों की 42 टीमों के 3390 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रतियोगिता 16 नवंबर तक आयोजित की जाएगी।
एक पेड़ मां के नाम अभियान का उल्लेख
सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान का उल्लेख करते हुए खिलाड़ियों से आग्रह किया कि यदि आप इस स्टेडियम परिसर में अपनी माता के नाम एक पौधा लगाएंगे, तो यह मां के प्रति प्रेम और सम्मान का प्रतीक होगा और इस आयोजन को यादगार बनाएगा।











