देहरादून: उत्तराखंड में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है. जिसके चलते उत्तराखंड सरकार मानसून की तैयारी में जुटी हुई है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड राज्य में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जिसके दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को आपदा प्रबंधन विभाग में सभी जिलाधिकारियों और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक के दौरान सीएम धामी ने मानसून के दौरान किसी भी भूस्खलन की आपात स्थिति के दौरान घटना स्थल पर 15 मिनट के भीतर जेसीबी पहुंचाने के सख्त निर्देश दिए हैं. साथ ही राज्य का लैंडस्लाइड मैप तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं. सीएम धामी ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात से पहले राज्य के सभी पुलों का सुरक्षा ऑडिट करते हुए संबंधित सचिव विशेषरूप से हल्द्वानी से कैंचीधाम, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ रुट के पैच वर्क और राज्य के सभी पुलों की समीक्षा के लिए तत्काल निरीक्षण दौरा करें. मानसून सीजन और मेडिकल इमरजेंसी को देखते हुए पुरानी एम्बुलेंस वाहनों को तत्काल बदलने के निर्देश दिए हैं.
सीएम ने मेडिकल इमजेंसी जैसी स्थिति को देखते हुए पिथौरागढ़ में एक अतिरिक्त हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने पिथौरागढ़ में हेलीपेड एवं एयरपोर्ट निर्माण सम्बन्धित कार्यवाही को तेजी से करने के निर्देश दिए. सीएम ने मानसून के दौरान जीर्ण शीर्ण विद्यालयों का चिन्हीकरण करते हुए इनमें विद्यार्थियों का पठन-पाठन बन्द करवाते हुए तत्काल प्रभाव से शेल्टर की व्यवस्था करने के निर्देश शिक्षा विभाग एवं जिलाधिकारियों को दिए हैं. मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिनों में स्कूल, अस्पतालों, आश्रमों जैसे स्थलों संवेदनशील स्थलों का सुरक्षा की दृष्टि से वेरिफिकेशन करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने जलाश्यों की नियमित मॉनिटरिंग करते हुए नियमित रूप से सिल्ट हटाने की कार्यवाही करने को कहा है.
बैठक के बाद यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजकुमार नेगी ने कहा सीएम धामी में प्रदेश के सभी जिलाधिकारी और नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की है. मानसून की तैयारियों को लेकर अभी तक पांच दौर की बैठकें हुई हैं. जिसके तहत जिला स्तर पर शेल्टर बनाने, नालों की सफाई करने, खाद्य सामग्री की उपलब्धता, स्वास्थ्य सुविधा, टीमों की तैनाती कराने कार्य किए गए हैं. इसके साथ ही आपदा की दृष्टिगत जिला स्तर से लेकर शासन स्तर, भारत सरकार की एजेंसियों, एयर फोर्स और आर्मी समेत अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर रणनीति बनाई जा चुकी है. उत्तराखंड में एसडीआरएफ की कुल 40 टीमें, एनडीआरएफ की 12 टीमों के साथ ही एनडीआरएफ की बाढ़ सुरक्षा से संबंधित स्पेशल टीम भी हैं.
उन्होंने बताया मानसून से पहले एसडीआरएफ की 21 टीमें प्रदेश भर के तमाम हिस्सों तैनात रहती हैं. मानसून की दृष्टिगत एसडीआरएफ की स्पेशल टीमें तैनात की जाती हैं. उधम सिंह नगर, बनबसा, चंपावत हल्द्वानी और हरिद्वार के क्षेत्रों में जल पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तैनाती की जाती है. जल पुलिस की टीमें पहले ही पूरे इक्विपमेंट के साथ तैनात होती हैं.











